
भारतीय वायुसेना मिग-21 वर्ग के विमानों का वर्ष 2019 तक उपयोग करती रहेगी।
इस बात की घोषणा भारतीय वायुसेना के प्रमुख नार्मन अनिल कुमार ब्राउन ने की है। वह भारतीय वायुसेना को मिग-21 विमानों से लैस करने की 50-वीं वर्षगांठ के अवसर पर नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में बोल रहे थे। भारतीय वायुसेना को इस वर्ग के सोवियत विमानों से सन् 1963 में लैस किया गया था।
अगस्त 1962 में भारत और सोवियत संघ ने एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे जिसके अंतर्गत सोवियत लाइसेंस के आधार पर इन विमानों का निर्माण भारत में ही किया जाने लगा था। इस समझौते पर हस्ताक्षर दोनों देशों के तत्कालीन नेताओं निकिता ख्रुश्चोव और जवाहर लाल नेहरू की उपस्थिति में किए गए थे। उसके बाद कुछ ही सालों में मिग-21 विमान भारतीय वायु सेना की मुख्य ताक़त बन गए थे।
आजकल भारतीय वायु सेना की चार स्क्वाड्रनें मिग-21 वर्ग के 200 से अधिक लड़ाकू विमानों से लैस हैं।
21.04.2013
The Voice of Russia